• January to March 2024 Article ID: NSS8564 Impact Factor:7.60 Cite Score:6052 Download: 108 DOI: https://doi.org/ View PDf

    राज्य राजनीति में राज्य नेतृत्व परिवर्त्य की भूमिका का विश्लेषण

      डॉ. मनोज कुमार भारी
        सह आचार्य (राजनीति विज्ञान) आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा, जयपुर (राज.)
  • शोध सारांश- भारतीय राज्य राजनीति में राज्य नेतृत्व की महत्वपूर्ण भूमिका है। मुख्यमंत्री राज्य की राजनीति में मुख्य व्यक्ति होते हैं और उनका कार्य नीति निर्माण, प्रशासन, और राज्य के हितों का प्रतिनिधित्व करने में होता है। उनकी नेतृत्व शैली और शासन में प्रभावशीलता राज्य के राजनीतिक परिदृश्य को आकार देती है। मुख्यमंत्री चुनाव के दौरान एक महत्वपूर्ण संपत्ति है, उनके नेतृत्व से पार्टी के भाग्य पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ सकता है, जैसे कि वे संकटों को कैसे संभालते हैं और राजनीतिक विवादों का प्रबंधन करते हैं। राज्य नेतृत्व की अनुभव, संवाद क्षमता और क्षेत्रीय मुद्दों के संबोधन में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। भारतीय राजनीति में मुख्यमंत्रियों के कार्यकाल के दौरान उनकी कार्यशैली और प्रभावशीलता उनकी पार्टी और राजनीतिक परिदृश्य को आकार देती है।

           राज्यों में मतदाताओं की प्राथमिकताएं और मतदान पैटर्न का अंतर विभिन्न कारकों से प्रभावित होता है। इसलिए, नेतृत्व बदलने या बनाए रखने का निर्णय लेते समय प्रदेश के राजनीतिक संदर्भ को ध्यान में रखना जरूरी होता है। पश्चिम बंगाल में पुराने राजनैतिक दलों की लंबी शासनकाल एक विकल्पहीन सिद्धांत का परिचायक है, जो नेतृत्व परिवर्तन को अधिक मुश्किल बनाता है। विपक्षी दलों के पास सरकार में प्रवेश का सामर्थ्य बनाए रखने के लिए अधिक विकल्प होना चाहिए। राज्यों में राजनीतिक दिशा और अपेक्षाएं विकसित नेतृत्व के माध्यम से बदलती हैं। भारतीय राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्रियों के पदमुक्ति के विभिन्न कारण है -आंतरिक प्रतिद्वंद्विता, पार्टी नेतृत्व में बदलाव, क्षेत्रीय बनाम राष्ट्रीय फोकस और वैचारिक बदलाव जैसे हैं।

    शब्द कुंजी-राजनीतिक गठबंधन, राजनीतिक प्रासंगिकता, राजनीतिक रणनीतियाँ, राजनीतिक चालबाज़ी, अंतर-पार्टी गतिशीलता -प्रबंधन, वित्त पोषण, सुव्यवस्था प्रबंधन