• April to June 2024 Article ID: NSS8617 Impact Factor:8.05 Cite Score:1285 Download: 49 DOI: https://doi.org/ View PDf

    झुंझुनूं जिले में कृषि भूमि उपयोग प्रतिरुप में परिवर्तन: एक भौगोलिक विश्लेषण

      डॉ. सुमन कुमार
        प्राचार्य, शेखावाटी महाविद्यालय लोसल, (सीकर) (राज.)
  • शोध सारांश- भूमि एक महत्वपूर्ण भौतिक संसाधन है, जो मानवीय जीवन निर्वाह का प्राकृतिक संसाधन हैं। भूमि उपयोग किसी भी क्षेत्र का आर्थिक-सांस्कृतिक जीवन निर्वाह को दर्शाता हैं। कृषि भूमि का अध्ययन इसलिए महत्वपूर्ण है कि किसी क्षेत्र के जनसंख्या के अनुपात में कुल कृषि भूमि का क्षेत्र, जोत क्षेत्र, बंजर भूमि, पुरानी पड़त, चालु पड़त, सिंचित तथा दुपज क्षेत्र की मात्रा कितनी हैं।कृषि भूमि उपयोग प्राकृतिक, सामाजिक, आर्थिक, तकनीक तथा मानवीय क्रिया कलापों द्वारा प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित होती है। इस शोध पत्र में राजस्थान के झुंझुनूं जिले का भूमि उपयोग का 1999-2000 से 2018-19 तक 20 वर्षों की समयावधि में आयें परिवर्तनों का विश्लेषण किया गया हैं। साथ ही कृषि वर्ष 2018-19 के दौरान जिले के तहसीलानुसार कृषि भूमि उपयोग का वितरण प्रस्तुत किया गया है। इस शोध पत्र में शोधकर्ता द्वारा अध्ययन क्षेत्र में कृषि भूमि उपयोग का विगत 20 वर्षों के परिवर्तनों को द्वितीयक आकड़ों के आधार पर विश्लेषित किया गया है जिसके आधार पर वनभुमि, पड़त भूमि, सिंचित एवं कृषि भूमि के परिवर्तनों में दर्शाया गया हैं।

    शब्द कुंजी-भूमि उपयोग, वन भूमि, जीवन निर्वाह।