• April to June 2024 Article ID: NSS8626 Impact Factor:8.05 Cite Score:4473 Download: 93 DOI: https://doi.org/ View PDf

    भारत में दल-बदल के परिप्रेक्ष्य में विधानसभा अध्यक्ष, लोकसभा अध्यक्ष एवं न्यायपालिका कि भूमिका का अध्ययन

      हर्षित मण्डलोई
        शोधार्थी, राजनीति विभाग एवं लोक प्रशासन अध्ययन शाला, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन (म.प्र.)
  • शोध सारांश- यह शोध पत्र भारत में बढ़ती दल बदल कि घटना तथा लोकतांत्रिक मूल्यों के सुदृढ़ीकरण के विचार हेतु प्रस्तुत किया गया है किसी भी देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था में वहा के वयस्क मतदाता एवं निर्वाचित सदस्यों तथा वहा निवास करने वाली जनता के लिए महत्वपूर्ण होती है क्योंकि लोकतांत्रिक प्रणाली देश कि सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक कारक भी इन्हीं निर्वाचित सदस्यों के इर्द गिर्द घूमती रहती है। परन्तु पिछले कुछ वर्षों से भारत में अत्यधिक दल बदल एवं विभिन्न राज्यों में दल बदल से सत्ता परिवर्तन के कारण लोकतांत्रिक प्रणाली एवं मूल्यों क्षति देखने को मिलती है सन् 1967 से भारत में दल बदल कि घटना प्रारम्भ होती है जो वर्तमान में भी प्रमुख समस्या के रूप में निरंतर जारी है । तथा हाल ही में मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड देखने को मिला है तथा सन् 2023 विधानसभा 2024 लोकसभा चुनाव में भी अत्यधिक दल बदल कि घटना देखी है । इस हेतु विधानसभा अध्यक्ष, लोकसभा अध्यक्ष एवं न्यायपालिका कि भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है ।