• April to June 2024 Article ID: NSS8636 Impact Factor:7.67 Cite Score:1053 Download: 44 DOI: https://doi.org/ View PDf

    पर्यावरण संरक्षण में व्यवसाय की भूमिका

      प्रवीण कुमार सोनी
        सहायक प्राध्यापक (वाणिज्य) शासकीय महाविद्यालय, माकड़ोन, जिला उज्जैन (म.प्र.)
  • शोध सारांश- वर्तमान प्रतिस्पद्र्धात्मक युग में व्यावसायिक संगठनों के लिए अनेकों सामाजिक उत्तरदायित्व तय किये गये हैं जिन्हें पूर्ण करना उनके लिये नैतिक/कानूनी रूप से अनिवार्य होता है। इन्ही सामाजिक दायित्वों की कड़ी में पर्यावरण के प्रति भी उत्त्रदायित्व निर्धारित किये गए हैं। ग्लोबल वार्मिंग के चलते यह आवश्यक हो गया है कि प्रत्येक व्यावसायिक संगठन अपनी व्यावसायिक रणनीति तैयार करने के पूर्व पर्यावरणीय मुद्दों पर गंभीरता से विचार करे । मेरे द्वारा प्रस्तुत इस पेपर का मुख्य उद्देश्य यह प्रदर्शित करना है कि व्यावसायिक संगठनों द्वारा पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपने दायित्वों को पूर्ण करते हुए भी प्रतिस्पर्धात्मक लाभ कमाया जा सकता है। व्यावसायिक संगठनों का पुनर्गठन कर उन्हे पर्यावरण के अनुकूल बनाने से संगठनों कोे अपने उत्पाद की लागत कम करने और मुनाफा अधिकतम करने में मदद मिलती है ।

    व्यवसायिक संगठन पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से अपने संगठन में हरित परिवर्तन कर उत्पादन प्रक्रिया में अपशिष्ट की मात्रा को कम करके उत्पादन लागत को कम सकते है । इसके अतिरिक्त हरित परिवर्तन को अपनाने से उत्पादन प्रक्रिया और उत्पाद डिजाईन के परिवर्तित नवीन स्वरूप के आधार पर अन्य प्रतियोगी संगठनों से स्वयं को अलग प्रस्तुत करने में सहायता मिलती है । अंततः पर्यावरण के अनुकूल रणनीति पर ध्यान केन्द्रित कर कोई भी व्यावसायिक संगठन अपने निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त कर लेता है।


    शब्द कुंजी- पर्यावरण, पर्यावरण संरक्षण,  हरित परिवर्तन, रणनीति, उत्पाद, लागत, लाभ।