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July to September 2024 Article ID: NSS8746 Impact Factor:8.05 Cite Score:1503 Download: 53 DOI: https://doi.org/ View PDf
निमाड़ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको का वित्तीय अध्ययन
डॉ. रूपेश कुमार जमरे
सहायक प्राध्यापक (वाणिज्य) प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, खरगोन (म.प्र.)
प्रस्तावना- साधारण बैंक उस संस्था
को कहते है जो जनता से ब्याज पर धन प्राप्त करती है तथा व्यापारियों एवं अन्य व्यक्तियों
को ब्याज पर उधार देती हैं भारतीय बैंकिंग कंपनी अधिनियम 1949 में बैंक को इस प्रकार
समझाया गया है बैंकिंग कंपनी वह है जो बैंकिंग का कार्य करती हो बैंकिंग का अभिप्राय
उधार देने के लिए या विनियोग करने के लिए जनता से ऐसे नि प्रपो को स्वीकार करना है
जिसका मांगने पर अथवा चेक ड्राफ्ट आदि द्वारा भुगतान किया जाता है। आधुनिक बैंकों का
शुभारंभ 17 वीं शताब्दीं के प्रारंभ में हुआ माना जाता है जबकि सन 1609 में बैंक ऑफ
अम्स्टरडर्म सन 1619 में बैंक ऑफ हैम्बर्फ और सन 1694 में बैंक ऑफ इंग्लैंड स्थापित
हुए। धीरे-धीरे राष्ट्रो की अर्थव्यवस्था तथा
विकास में बैंकों का महत्व बढता गया और संयुक्त पूंजी वाले बैंक स्थापित किए जाने लगे।
बैंकर वह है जो अपने साधारण व्यवसाय में लोगों का रूपया जमा या प्राप्त करता है जिसे
यह उन व्यक्तियों के चेक स्वीकार करके भुगतान करता है।जिनके द्वारा या जिनके खाते में
यह रूपया जमा किया गया है। भारतीय बैंकिंग नियमन अधिनियम 1950 की धारा 5 स के अनुसार
बैंकिंग कंपनी वह कंपनी है जो बैंकिंग का कार्य करती है अधिनियम की धारा 5 ब के अनुसार बैंकिंग से आशय ऋण देने अथवा विनियोजन के लिए जनता
से जमा प्राप्त करना है जिसे मांग पर अथव अन्य किसी प्रकार की आज्ञा द्वारा वापस लिया
जा सके।