• October to December 2024 Article ID: NSS8805 Impact Factor:8.05 Cite Score:174 Download: 17 DOI: https://doi.org/ View PDf

    निमाड़ का नामकरण एवं ऐतिहासिकता के संदर्भ में

      डॉ. मोतीलाल अवाया
        सहा. प्राध्यापक (इतिहास) शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सेंधवा, जिला बड़वानी (म.प्र.)
  • प्रस्तावना- भारत के मध्य में स्थित होने के कारण मध्य प्रदेश अपने नाम को चरितार्थ करता है इसकी भौगोलिक स्थिति 18°-26°.30 उ. अक्षांष 74°-84°.30 उ.पू. देशांतर के मध्य है। देश के 7 राज्यों उत्तर प्रदेश ,राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश उड़ीसा और बिहार से इसकी सीमा मिली हुई है। वर्तमान मध्य प्रदेश स्वातन्त्र्योत्तर भारत की देन है। ब्रिटिश शासन काल में सेंट्रल प्राविंसेज और बरार एक प्रांत आवश्य था, किंतु उसकी सीमाएं आज के मध्य प्रदेश से नितांत भिन्न थी। महाकौशल तथा बरार के जिले इसके अंतर्गत थे। इसके बीच-बीच में बघेलखंड और छत्तीसगढ़ की रियासतें थी। उत्तर तथा पश्चिम में अन्य छोटी-छोटी रियासतें थी, जो सम्मिलित रूप से सेंट्रल इंडिया के नाम से जानी जाती थी। सन् 1947 में सेंट्रल प्राविंस और बरार में बघेलखंड, छत्तीसगढ़, की रियासतों को मिलाकर मध्य प्रदेश का राज्य बना जो एक पार्ट ’ए स्टेट थी। इसकी राजधानी नागपुर थी। उसी समय उत्तर में स्थित रियासतों को मिलाकर विंध्य प्रदेश पार्ट ’सी स्टेट तथा पश्चिम की रियासतों को जोड़कर मध्य भारत नामक पार्ट ’बी स्टेट बनी। भोपाल पृथक राज्य था जो पार्ट ’सी स्टेट थी भारत के मध्य में अवस्थित मध्य प्रदेश सतपुड़ा और विंध्याचल पर्वतमालाओं के मध्य स्थित है। नर्मदा सबसे प्रमुख नदी है। मध्य प्रदेश भारत का प्रमुख राज्य है यह प्रदेश 6 सांस्कृतिक क्षेत्र मालवा , निमाड़, बुंदेलखंड, बघेलखंड ,महाकौशल एवं चंबल में विभक्त है।