
-
October to December 2024 Article ID: NSS8876 Impact Factor:8.05 Cite Score:105 Download: 12 DOI: https://doi.org/ View PDf
भारतीय अर्थव्यवस्था में एमएसएमई के प्रभाव की खोज
डॉ. जी. एल. खांगोडे़
सहायक प्राध्यापक (वाणिज्य) प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस, शासकीय माधव महाविद्यालय, उज्जैन (म.प्र.)शिवानी जायसवाल
शोधार्थी, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन (म.प्र.)
शोध सारांश- शोध पत्र में वर्ष 2017-18 से 2021-22 के बीच भारतीय आर्थिक विकास पर एमएसएमई के संभावित प्रभाव का पता लगाया गया है। इसमें सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों और उनकी प्रमुख विशेषताओं का अवलोकन प्रस्तुत किया गया है, जिसमें भारतीय आर्थिक विकास को और अधिक प्रगतिशील तथा परिणामोन्मुखी बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। एमएसएमई भारतीय अर्थव्यवस्था के उभरते स्तंभ हैं और उद्यमशीलता कौशल को बढ़ावा देने के साथ गरीबी में कमी लाने तथा स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह पत्र भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के लिए एमएसएमई के लाभ पर ध्यान केंद्रित करने और स्थानीय उद्यमों को बढ़ाकर रोजगार सृजन में वृद्धि करने और साथ ही नौकरियों और निवेश के संदर्भ में एमएसएमई के विकास और प्रदर्शन का आंकलन करने का प्रयास करता है।
शब्द कुंजी-एमएसएमई, आर्थिक
विकास, उद्यमिता, स्थानीय उद्यम, रोजगार।














