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July to September 2024 Article ID: NSS8877 Impact Factor:8.05 Cite Score:20326 Download: 200 DOI: https://doi.org/ View PDf
मध्य प्रदेश में एमएसएमई के विकास और चुनौतियों का अध्ययन
डॉ. जी. एल. खांगोडे़
सहायक प्राध्यापक (वाणिज्य) प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस, शासकीय माधव महाविद्यालय, उज्जैन (म.प्र.)शिवानी जायसवाल
शोधार्थी, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन (म.प्र.)
शोध सारांश- भारतीय अर्थव्यवस्था के पूर्वानुमान में एमएसएमई क्षेत्र एक अत्यधिक गतिशील कारक साबित हुआ है। चूंकि एमएसएमई घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों बाजारों के लिए विभिन्न प्रकार के उत्पादों का उत्पादन और निर्माण करते हैं, इसलिए उन्होंने देश में आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देने में मदद की है। मध्य प्रदेश (एमपी) नामक राज्य भारत के मध्य क्षेत्र में स्थित है। क्षेत्रफल के हिसाब से यह दूसरा सबसे बड़ा भारतीय राज्य है और 72 मिलियन से ज़्यादा निवासियों के साथ यह पाँचवाँ सबसे बड़ा राज्य है। राज्य प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है और देश का औद्योगिक केंद्र बनने की पूरी क्षमता रखता है। मध्य प्रदेश सरकार इन पहलुओं को पहचानती है और राज्य में एमएसएमई क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता देती है। इस दिशा में कई प्रयास किए गए हैं, लेकिन अभी भी राज्य में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इस शोध पत्र में, मध्य प्रदेश में एमएसएमई के विकास और चुनौतियों का अध्ययन करने का प्रयास किया गया है। इस अध्ययन के लिए डेटा एकत्र करने के लिए द्वितीयक स्रोतों का उपयोग किया गया है।
शब्द कुंजी- एमएसएमई,
रोजगार के अवसर, विकास और वृद्धि, चुनौतियां।














