• April to June 2024 Article ID: NSS8878 Impact Factor:8.05 Cite Score:18180 Download: 189 DOI: https://doi.org/ View PDf

    महात्मा गाँधी के आर्थिक विचार

      शिवलाल
        एम ए. नेट (इतिहास) गांव लालपुरा पोस्ट,तह-चितलवाना जालौर (राज.)

प्रस्तावना- महात्मा गाँधी भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के एक प्रमुख नेता थे। दक्षिण अफ्रीका से वापस लौटने के बाद अपने राजनीतिक गुरु गोपाल कृष्ण गोखले के कहने पर  उन्होंने सम्पूर्ण भारत का भारत की यात्रा की और भारत को जाना। गाँधी जी जब भारत आये उस समय प्रथम विश्वयुद्ध चल रहा था इस दौरान गाँधी जी ने एम्बुलेंस नामक दल बनाया और अंग्रेजों की सहायता की थी और भारतीय को अंग्रेजी सेना में साम्मिल होने के लिए प्रोत्साहित भी किया था। इस सहयोग के बदले अंग्रेजों ने गाँधी जी को केसर ए हिन्द की उपाधि दी थी। गाँधी जी ने भारत में सर्वप्रथम बिहार के चम्पारण में सत्याग्रह किया जहाँ उनको भारत में पहली बार समफलता मिली। कालांतर में गाँधी जी खेड़ा सत्याग्रह का नेतृत्व किया इसके उपरांत अहमदाबाद में मजदूरों की हड़ताल का समर्थन किया। गाँधी जी को  तीनो जगह एक के बाद एक सफलता मिली। जलियावालाबाग हत्याकाँड और रोलेट ऐक्ट तथा 1919  के ऐक्ट में जिस तरह  भारतीयों की उपेक्षा की गई  उसके बाद गाँधी जी ने असहयोग आंदोलन चलाया जो चोरा चोरी कांड के करने उन्होंने  वापस ले लिया इसके बाद उन्होंने सविनय अवज्ञा आंदोलन का नेतृत्व किया। एक प्रकार उन्होंने राष्ट्रीय आंदोलन में.महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और राष्ट्रीय आंदोलन का नेतृत्व किया।