• July to September 2024 Article ID: NSS8890 Impact Factor:8.05 Cite Score:7769 Download: 123 DOI: https://doi.org/ View PDf

    मन्दसौर जिले में उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 के अंतर्गत जिला उपभोक्ता फोरम का योगदान

      मनोज कुमार सोलंकी
        शोधार्थी, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन (म.प्र.)
      डॉ. लक्ष्मी नारायण शर्मा
        शोध निर्देशक एवं सेवानिवृत्त प्राचार्य एवं प्राध्यापक (वाणिज्य) प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस, राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, मदंसौर (म.प्र.)

मंदसौर जिले का परिचय - मंदसौर जिला पुरातात्विक और ऐतिहासिक विरासत में समृद्ध है, अपितु शिवना तट पर स्थित प्रभु पशुपतिनाथ का मंदिर इसे विश्व प्रसिद्ध बनाता है। यहाँ के मंदिर की मूर्ति नेपाल में स्थित मंदिर की मूर्ति के समानांतर है। यहाँ की सबसे आम भाषा मालवी (राजस्थानी और मिश्रित हिंदी) है। यह जिला दुनिया भर में अफीम के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। स्लेट पेंसिल उद्योग जिले का मुख्य उद्योग है। मंदसौर जिला अपने पश्चिमी डिवीजन, यानी उज्जैन कमिश्नर संभाग से मध्य प्रदेश का उत्तरी प्रक्षेपण बनाता है। यह जिला मध्य प्रदेश के दो जिलों के बीच स्थित है। इसके उत्तर-पश्चिम में नीमच जिला और दक्षिण में रतलाम जिला है। यह राजस्थान के प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, कोटा, झालावाड़ जिलों से भी घिरा हुआ है। यह जिला मध्य प्रदेश का एक औसत आकार का जिला है। यह लगभग 142 किमी (88 मील) तक फैला हुआ है। उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक 124 किमी (77 मील)।