• January to March 2025 Article ID: NSS8961 Impact Factor:8.05 Cite Score:191 Download: 18 DOI: https://doi.org/ View PDf

    भारत के पुनरुत्थान के लिए पर्यावरण संरक्षण पर भारतीय दृष्टीकोण एवं उसका समग्र अध्ययन

      गरीमा राठौर
        सहायक प्राध्यापक, शासकीय विधि महाविद्यालय, अशोकनगर (म.प्र.)
      महेन्द्र पटेल
        सहायक प्राध्यापक, शासकीय विधि महाविद्यालय, बीना (म.प्र.)
  • शोध सारांश-भारत के पुनरुत्थान के लिए पर्यावरण संरक्षण एक महŸवपूर्ण विषय है। जो कि मानव जाति के विकास के साथ ही देश यानि भारत का विकास सुनिश्चित है और मानव जाति के लिए उनके पद-पद पर विकास के लिए पर्यावरण संरक्षण एक आवश्यक प्रक्रिया है जो कि स्वस्थ मन के साथ स्वस्थ मनुष्य को जन्म देती है जिससे व्यक्ति बेहतर तरीके से भारत के पुनरुत्थान में योगदान देगा। जल, जीव, जन्तु्, मनुष्य एवं वनस्पति यह सब पर्यावरण का एक भाग है। यदि हम एक विकसित भारत की कल्पना करते हैं, तो हमारे लिए मानव जाति के विकास के लिए पर्यावरण का संरक्षण भी एक महत्त्वपूर्ण विषय है। पर्यावरण संरक्षण पुराने काल में कुछ ऐसी परंपराओं के साथ किया जाता था, कि उसका केन्द्र बिन्दु मनुष्य एवं उसके साथ जीव-जन्तु और वनस्पति की रक्षा करना होता था। इसलिए हमें एक होकर मानव जाति के लिए और भारत वर्ष के लिए पर्यावरण संरक्षण को आगे लाना होगा, इसी से ही भारत का पुनरुत्थान निश्चित होगा।

    शब्द कुंजी -पर्यावरण, नियम, संरक्षण, वातावरण, व्यक्ति, परंपराऐं, प्राचीन, भारतीय, पुनरुत्थान, दृष्टिकोण, जीवन।