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January to March 2025 Article ID: NSS9046 Impact Factor:8.05 Cite Score:207 Download: 18 DOI: https://doi.org/ View PDf
वर्तमान परिदृश्य में टमाटर कृषि का भौगोलिक एवं विश्लेषणात्मक अध्ययन (धार जिले के विशेष संदर्भ में)
डॉ. रानी वास्केल
सहायक प्राध्यापक (भूगोल) प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस श्री अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, इन्दौर (म.प्र.)
शोध सारांश: भारत में कृषि एक प्रमुख आर्थिक गतिविधि है, जो देश की खाद्य सुरक्षा और अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाती है। बागवानी कृषि के अंतर्गत सब्जियों की खेती में टमाटर का विशेष स्थान है क्योंकि यह देशभर में व्यापक रूप से उगाई जाने वाली और उपभोग की जाने वाली प्रमुख व्यावसायिक नकदी फसलों में से एक है। टमाटर का उपयोग ताजे रूप में भोजन के साथ-साथ विभिन्न उत्पादों, जैसे कि सॉस, कैचअप, प्यूरी, सूप, जूस और अचार आदि उत्पाद के निर्माण में किया जाता है। इसकी उच्च बाजार मांग के कारण यह किसानों के लिए एक लाभकारी व्यावसायिक फसल होती है।
मध्य
प्रदेश देश के सर्वाधिक टमाटर उत्पादक राज्यों में से प्रमुख है, और अध्ययन क्षेत्र
धार जिला इसमें महत्वपूर्ण योगदान देता है। धार जिले में टमाटर की खेती व्यापक रूप
से की जाती है, क्योंकि अध्ययन क्षेत्र की जलवायु और मिट्टी टमाटर फसल के लिए अनुकूल
मानी जाती है। जिले के कई कृषक पारंपरिक और आधुनिक कृषि तकनीकों का मिश्रण उपयोग कर
टमाटर के उत्पादन को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। हालाँकि, खेती से जुड़ी कई चुनौतियाँ,
जैसे कि जलवायु परिवर्तन, कीट एवं रोग प्रबंधन, बाजार मूल्य अस्थिरता, सिंचाई सुविधाओं
के अभाव, और भंडारण की समस्याएँ कृषको के लिए चिंतन का विषय बनी हुई हैं।














