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January to March 2025 Article ID: NSS9077 Impact Factor:8.05 Cite Score:17 Download: 4 DOI: https://doi.org/ View PDf
अनुसूचित जनजाति का आर्थिक शोषण के संरक्षणात्मक उपाय एवं उसका प्रभाव (म.प्र. के धार जिले के विशेष संदर्भ में )
अरूणा गेहलोत
शोधार्थी (अर्थशास्त्र) डॉ. बी. आर. अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय, डॉ. अंबेडकर नगर, महू, जिला- इंदौर (म.प्र.)डॉ. पी. सी. बंसल
विभागाध्यक्ष (अर्थशास्त्र) डॉ. बी. आर. अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय, डॉ. अंबेडकर नगर, महू, जिला- इंदौर (म.प्र.)
शोध सारांश- संविधान में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजातियों
के अलावा अन्य कमजोर वर्गों का शैक्षिक एवं आर्थिक दृष्टि के उत्थान करने एवं उनकी
सामाजिक असमर्थताओं को दूर करने के उद्देश्य से उन्हें सुरक्षा तथा संरक्षण प्रदान
करने की व्यवस्था की गयी है। जैसे कि - अनुच्छेद 15, 16. 17, 19, 23, 29, 46, 330,
332 एवं 335 आदि संविधान में अनुच्छेद बनाकर आर्थिक शोषण के विरूद्ध निपटने के लिये
उपाय किये गये है। शब्द कुंजी-अनुसूचित
जनजाति का आर्थिक शोषण एवं उनके संरक्षणात्मक उपाय।














