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October to December 2024 Article ID: NSS9088 Impact Factor:8.05 Cite Score:421 Download: 27 DOI: https://doi.org/10.63574/nss.9088 View PDf
ग्रामीण भारतीय परिवारों में लिंग भूमिकाओं पर प्रवास का प्रभाव
डॉ. योगेन्द्र जैन
अतिथि विद्वान (समाजशास्त्र )शासकीय महाविद्यालय, शामगढ़ (म.प्र.)
शोध सारांश- भारत में ग्रामीण क्षेत्रों से शहरी क्षेत्रों में पुरुषों का प्रवास एक बढ़ती हुई सामाजिक-आर्थिक घटना है। यह शोधपत्र ऐसे प्रवास के लैंगिक परिणामों की जांच करता है, विशेष रूप से यह कैसे ग्रामीण घरों में पीछे रह गई महिलाओं की भूमिका, जिम्मेदारियों और शक्ति गतिशीलता को नया रूप देता है। यह पुरुषों की अनुपस्थिति में बढ़ी हुई स्वायत्तता और बोझ, और पारंपरिक लैंगिक मानदंडों की बातचीत के विरोधाभास की पड़ताल करता है।
ग्रामीण भारतीय परिवारों के लिए आर्थिक कठिनाई से निपटने के लिए प्रवास लंबे समय से एक रणनीति रही है, जिसमें पुरुष अक्सर रोजगार के लिए शहरों या अन्य क्षेत्रों में चले जाते हैं। हालाँकि, प्रवास के आर्थिक आयामों का व्यापक रूप से अध्ययन किया गया है, लेकिन भेजने वाले परिवारों की सामाजिक संरचना पर इसके प्रभाव विशेष रूप से लिंग भूमिकाओं के संदर्भ में तुलनात्मक रूप से कम ध्यान दिया गया है। यह अध्ययन पुरुष प्रवास के परिणाम स्वरूप ग्रामीण परिवारों के भीतर बदलती गतिशीलता पर ध्यान केंद्रित करके उस अंतर को पाटने का प्रयास करता है।
शब्द
कुंजी- लिंग, भूमिकाए, प्रवास, लैंगिक गतिशीलता।














